रिपोर्ट :- गणेशी पंवार हापुड़, धौलाना, गढ़ ।।
National Farmer Labourers: एम०एस०पी० की गारंटी के कानून बनाने के लिए दिया ज्ञापन ?
- राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन व राष्ट्रीय सैनिक संस्था हापुड के सभी पदाधिकारी व किसान मजदूरो ने एम एस पी गारंटी किसान मोर्चा के नेतृत्व में फसल की खरीद पर एम एस पी गारंटी कानून बनवाने की मांग को लेकर भारत के प्रधानमंत्री व विपक्ष नेता राहुल गांधी के नाम ए डी एम हापुड व , कृषि अनुसंधान परिषद लखनऊ के माननीय कैप्टन विकास कुमार गुप्ता को एम एस पी गारंटी कानून बनवाने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया गया आज के ज्ञापन की घोषणा 21 अगस्त 2024 को रकाबगंज साहिब गुरुद्वारा दिल्ली में देश के सभी राज्यों के लगभग 250 सौ किसान संगठनो के नेताओं की उपस्थिति में यह निर्णय लिया की बिना एम एस पी गारंटी कानून बने बगैर किसान का भला नहीं हो सकता अगर किसान और खेती को बचाना है तो एम एस पी गारंटी कानून जरूरी बनवाना होगा तभी देश का किसान खुशहाल हो सकता है National Farmer Labourers: एम०एस०पी० की गारंटी के कानून बनाने के लिए दिया ज्ञापन ? – Atozcrimenews
National Farmer Labourers: एम०एस०पी० की गारंटी के कानून बनाने के लिए दिया ज्ञापन ?
- सभी नेताओं ने सरदार वी एम सिंह जी के नेतृत्व में कहा हम सब आप के साथ एक जुट होकर खड़े हैं और किसान व एम एस पी गारंटी कानून की लड़ाई एक साथ मिलकर लड़ेंगेऔर सभी संगठनो ने एम एस पी गारंटी किसान मोर्चा के बैनर तले खडे होकर यह घोषणा की ज्ञज्ञापन देने वालो में राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन से पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट मुकुल कुमार त्यागी, जिला अध्यक्ष वीरेश चौधरी, जिला सयोजक नरेंद्र चौधरी, तिलक राम त्यागी ,रोहित चौधरी, अशोक डीगरा, राष्ट्रीय सैनिक संस्था से जिला अध्यक्ष ज्ञानेंद्र त्यागी जिला उपाध्यक्ष मुकेश कुमार त्यागी,जिला सूचना प्रसारण मंत्री श्याम वर्मा, तहसील अध्यक्ष सतवीर प्रधान,सरदार अमरीक सिंह,वहाब चौधरी आदि कई गांव के किसान उपस्थित रहे सभी ने किसान की आवाज को बुलंद कियाऔर कहा जब तक एम एस पी गारंटी कानून लागू नहीं होगा तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी
National Farmer Labourers: एम०एस०पी० की गारंटी के कानून बनाने के लिए दिया ज्ञापन ?
- कई दिनों तक चले प्रदर्शन और केंद्र के साथ कई बातचीत के बाद किसानों का विरोध प्रदर्शन अपने विरोधियों में प्रवेश कर गया है। श्रमिक किसानों की प्रमुख कंपनियों में से एक न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की वैधता वैध है। यहां एमएसपी के प्रश्न पर सबसे पहले एक व्याख्या प्रकाशित की गई है – किसान एमएसपी के लिए कानूनी तौर पर क्यों मांगते हैं, एमएसपी की आलोचना और एमएसपी की विचारधारा कैसे दी जाती है।